योगेश त्रिपाठी एण्डटीवी के शो ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में दरोगा हप्पू सिंह के रूप में मशहूर हैं। उन्होंने हाल ही में भारत के समृद्ध इतिहास को एक्सप्लोर करने के लिए अपने शूटिंग शेड्यूल से ब्रेक लिया। दशहरा से पहले राम बारात उत्सव में भाग लेने के लिये वह आगरा पहुँचे थे और इसी दौरान उन्हें विश्व प्रसिद्ध ताजमहल देखने का भी मौका मिल गया। कई पर्यटकों की तरह उन्होंने भी लोकप्रिय ‘होल्डिंग द फिनियल’ पोज़ क्लिक किया। यह एक मजेदार आॅप्टिकल इल्युज़न होता है, जिसमें व्यक्ति को गुंबद का शिखर छूते दिखाया जाता है। योगेश त्रिपाठी, ऊर्फ दरोगा हप्पू सिंह ने अपने इस अनुभव के बारे में बताया कि ‘‘वह जादुई था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ताजमहल को अपने सामने देखना एक सपने के सच होने जैसा था। उसकी भव्यता के साथ खुद को दिखाने लिये कोई तस्वीर या कहानी मुझे तैयार नहीं कर सकती थी। भीतर जाते ही जगमगाते सफेद संगमरमर के गुंबद ने मुझे मंत्रमुग्ध कर दिया। ताजमहल के बेहद प्रेरक वास्तुशिल्प और उसे छूते हुए ‘सिग्नेचर पोज़’ लेने की मेरी इच्छा ने इस दौरे को यादगार बना दिया।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं बचपन में ताजमहल जा चुका था, लेकिन उस समय के बारे में मुझे थोड़ा ही याद था। उसके बाद मैंने ताजमहल की खूबसूरती को सिर्फ फिल्मों, तस्वीरों और पेंटिंग्स में देखा था। ‘सिग्नेचर पोज़’ मेरे लिये सबसे बड़ा आकर्षण था, जिसमें ऐसा लगता है कि आप ताजमहल को पकड़कर खड़े हैं। मैंने खुद से वादा किया था कि मैं अपने अगले दौरे में ऐसी तस्वीर जरूर खींचूंगा। और जनकपुरी की राम बारात के लिये प्यार के इस शहर में जाने पर मेरा वादा पूरा हुआ। आपको यकीन नहीं होगा कि परफेक्ट शाॅट लेने के लिये मैंने कितनी बार कोशिश की! इल्युजन बनाने के लिये बिलकुल सही जगह पर खड़ा होना बड़ा मजेदार था। उस तस्वीर में पर्यटन और इतिहास के लिये मेरा जुनून दिखता है।’’ यह चुलबुली तस्वीर लेने के अलावा योगेश को ताजमहल की शांति भी बहुत पसंद आई। उन्होंने बताया, ‘‘माहौल बेहद शांतिपूर्ण था, ऐसा लगा कि ताजमहल ने ही मुझे शांति के साथ अपने भीतर झांकने की प्रेरणा दी हो। बगीचों में घूमते हुए मुझे लगा कि यह दौरा मुझे लंबे वक्त तक याद रहेगा। मेरे द्वारा ‘होल्डिंग द फिनियल’ की वह एक तस्वीर मुझे हमेशा इस शानदार जगह मिली खुशी, उसकी खूबसूरती और इतिहास की याद दिलाती रहेगी।’’